खैरागढ़ : पूर्वोत्तर में मणिपुर हिंदुत्व की नई प्रयोगशाला है. और जब भाजपा और आरएसएस ऐसा करती है, तो पूरी बेशर्मी से करती है। 2001 में देश और दुनिया ने इस तमाशे को पहले ही देख लिया था। रही बात राजधर्म के नाटक की, तो बाजपेयी और मोदी 2001 में इसका मंचन पहले ही कर चुके हैं. इस काम में, कान को बंद करके, चमड़ी को मोटी करके, शर्म बेच दिया जाता है तब आप कुछ भी कर लीजिए, इन को शरम नही आयेगी.
मोदी जी भारत के धृतराष्ट्र हैं, मणिपुर जल रहा है, वे नीरो बनकर बांसुरी बजा रहे.
आप अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रधानमंत्री जी का दिमाग चलता कैसे है! इतनी सारी चीजों को वह कैसे हजम कर पाते हैं! प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान को लपेटकर राजनीतिक बयान देना कितना निर्मम, खोखला, घड़ियाली और दुर्भाग्यकारी है.
छत्तीसगढ़ में किस महिला और बच्चे के साथ ऐसा दरिंदगी हुआ है जरा बताएं और जो हुआ था वह भाजपा के शासनकाल में बस्तर में सोनी सोरी के साथ हुआ था इसकी जवाबदेही तो भाजपा पर ही तय होती है. भाजपा के ही राज्य में मनुष्य पर पर पेशाब किया जा रहा हो, अफ्रीका के किसी बर्बर देश मे इस तरह का मामला नहीं दिखता. छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का जो छत्तीसगढ़ में भाजपा के हिंदुत्व की दाल नहीं गलने दे रहे हैं। वरना कबीरधाम से लेकर बेमेतरा तक के कई मसलो को लेकर शांत छत्तीसगढ़वासियों को बरगलाने की कोशिये किये.
एक पूर्वाग्रह से ग्रस्त कोर्ट के फैसले को अवसर मानकर भाजपा, 50% मैतेयी समुदाय की पीठ पर सवार होकर 25% कुकी समुदाय पर क्रमिक अत्याचार करवाकर जलते हुए देख रही है. मणिपुर मे इंटरनेट चालू हो तो वहां कई ऐसे हृदय विदारक दृश्य आएंगे। 4 मई को हिंसा शुरू होती है, 5 मई को लड़कियों और महिलाओं को नग्न करके अत्याचार और सामूहिक बलात्कार करके मार दिया जाता है। भारत के किसी भी राज्य, यहां तक कि कश्मीर में भी ऐसे घृणित हादसे आज तक नही हुए। इंटेलिजेंसी सुबह-शाम दो बार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है कोई कैसे यकीन कर सकता है कि महिलाओं पर अत्याचार के ऐसे वीडियो से प्रधानमंत्री कार्यालय अछूता रहा हो!
भाजपा की डबल इंजन की सरकार की पटरी का कोई अता-पता नहीं है। सही बात तो यह है कि मणिपुर और भारत की जनता, भारतीय जनता पार्टी को चुनने की सजा भुगत रही है। यह मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का सत्ता के लिए सभी मूल्यों को छोड़ने की पराकाष्ठा है.
असल बात तो यह है कि भाजपा का नार्थ-ईस्ट में हिंदुत्व नए किस्म का अत्याचार है, जिसकी प्रतिरक्षा में हिंदुत्व के आईटी सेल नकली आख्यान बनाकर मूलनिवासी और ईसाई समुदाय परिवर्तन की कहानी गढ़ कर देश में इस हिंसा को जायज ठहराने का प्रयास, टीवी और सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म में कर रही है। लेकिन अब देश को भी सचेत होकर सही नागरिक बनने की जरुरत है.