क्षेत्रफल की दृष्टि में तहसील की दूसरे नंबर की सबसे बड़ी गांव है ईटार जो पंडादाह के नजदीक है और वनों से घिरा हुआ है। उस गांव के स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं है जिस वजह से क्षेत्रीय लोगों को इमरजेंसी इलाज के लिए खैरागढ़ के अस्पताल जाना पड़ता है, जिसमें लगभग आधे घंटे का समय लगता है। इस स्थिति में अगर ग्रामीणों को तत्काल इलाज चाहिए तो उनके पास कोई चारा नहीं बचता सिवाय बिगड़ी हुई हालात में मरीज को सफ़र करवाने के। स्वास्थ्य केंद्र होते हुए भी वहां की सुविधाओं का लाभ उन्हें निश्चित रूप से नहीं मिल पा रहा है क्योंकि वहां पर स्वास्थ्य कर्मी ही नहीं है। इस मसले को समाप्त करने के लिए गांव वालों ने अपनी बात जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू के पास रखी ताकि उनकी यह परेशानी का कोई हल निकल सके और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। विप्लव साहू ने उनकी यह परेशानी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष रखी और ईटार के स्वास्थ्य केंद्र में सीएचओ एवं नियमित आरएचओ की नियुक्ति के लिए मांग की।