खैरागढ़ : राजनांदगांव कन्हारपुरी वार्ड में संगीत के पुरोधा श्री खुमानलाल साव के प्रतिमा का अनावरण किया गया। मुख्य अतिथि राजनांदगांव के कला-मर्मज्ञ महेश मारू रहे, अध्यक्षता जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू ने की। कार्यक्रम का संयोजन और मूर्ति स्थापना छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकार महादेव हिरवानी ने किया।
अपने उद्बोधन में विप्लव ने कहा कि वे हमेशा लोकसंगीत के नजदीक रहे हैं, और बतौर एंकर 6 बरस, छत्तीसगढ़ी संगीत कलाकारों की गतिविधियां और उनके सामने उपस्थित चुनौतियों को जाना और समझा है। श्री खुमान साव से अपने परिचय और मिलन के मधुर यादों को बताते हुए उनकी शैली और कला के साथ ताउम्र उनकी जिजीविषा को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वे अनुशासन के बहुत सख्त थे, इसकी वजह से ही उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ के साथ भारत में चंदैनी गोंदा को खास पहचान दिलाई। राजनांदगांव को भले ही हॉकी की नर्सरी कहा जाता हो, लेकिन सही मायनों में राजनंदगांव, कलाऔर लोकसंगीत की नर्सरी के रूप में मध्य भारत में स्थापित हुआ है। उन्होंने भैयालाल हेड़ाऊ, कविता वासनिक, हर्ष कुमार बिंदु, लता खापर्डे, माया खापर्डे जैसे दर्जनों बड़े कलाकारों के योगदान को याद किया। सैकड़ो कलाकारों को इस मंच पर इकट्ठा करने के लिए हम सबको महादेव हिरवानी जी का धन्यवाद करना चाहिए।
इस अवसर पर महादेव हिरवानी के धरोहर संस्था द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छुरिया के समाजसेवी सुभाष यादव जी रहे। चंदेनी गोंदा से जुड़े छत्तीसगढ़ भर से आए तमाम कलाकारों ने श्री खुमानलाल साव से जुड़ी स्मृतियों को याद करते हुए अपनी प्रस्तुतियां देते रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन पत्रकार और लेखक श्री वीरेंद्र बहादुर सिंह छुईखदान ने किया