दीवाली और धनतेरस के दिन को खरीदारी के लिहाज से बहुत ही शुभ माना जाता है लेकिन अगर पुष्य रवि नक्षत्र का योग मिले तो वह किसी भी सुभ तिथि से बढ़कर माना गया है। इस साल दीवाली से 7 दिन पहले 7 नवंबर 2020 को पुष्य नक्षत्र है जो 8 को भी रहेगा। यानी शनिवार व रविवार दो दिन इस महत्पूर्ण नक्षत्र में लोग खरीदारी का लाभ उठा सकते हैं। शनिवार को सुबह 8 बजे से लेकर रविवार को सुबह पौने 9 बजे तक पुष्य नक्षत्र रहेगा।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, नक्षत्रों का राजा पुष्य नक्षत्र में नए सामान/आभूषण/मशीनरी/बहीखाता आदि की खरीददारी का स्थाई शुभ संयोग होता है। ऐसी मान्यता है पुष्य नक्षत्र वाले दिन खरीदारी से अच्छे परिणाम मिलते हैं। पुष्य नक्षत्र को कार्यसिद्धि योग भी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस मुहूर्त में किए गए कार्य सिद्ध होते हैं।
7 नवंबर के बाद आपको पुष्य नक्षत्र का योग सीधे 4-5 दिसंबर को देखने को मिलेगा। यानी यह साल 2020 सेकंड लास्ट पुष्य नक्षत्र योग है। दीवाली और धनतेरस पास होने से इस शुभ मुहूर्त का महत्व और भी बढ़ गया है।
कब-कब आता है पुष्य नक्षत्र?
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, अमूमन प्रत्येक हिन्दी महीने एक दिन पुष्य नक्षत्र रहता है। यानी साल में सिर्फ 12 दिन ही पुष्य नक्षत्र होता है। इस शुभ संयोग में नए कार्य की शुरुआत और नई वस्तु जैसे वाहन आदि की खरीदारी बहुत ही शुभ मानी जाती है। भवन प्रवेश, मकान खरीदने आदि के लिए भी पुष्य नक्षत्र सिद्धि प्रदान करने वाला होता है।