लांजी : भुरसाडोंगरी में डॉ बीआर अंबेडकर की जयंती पर राजनांदगांव जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। मुख्य अतिथि लांजी विधानसभा विधायक हिना कावरे और सह प्रवक्ता के रूप में करण नागपुरे शामिल रहे। सामाजिक विचारक के रूप में अपने उद्बोधन में विप्लव साहू ने कहा कि कि आपके महू इन्दोर में जन्मे  डॉ आंबेडकर भारत के सबसे पढ़े-लिखे, सबसे ज्यादा किताब लिखने वाले, सबसे ज्यादा आंदोलन करने वाले मानव थे। आपको बधाई,  उन्हें बहुत पढ़ने-जानने और समग्र नजर से देखने की जरूरत है। आज के भारत का 75 वर्ष पहले ठोस बुनियाद रखने का काम, तबके विधि-वेक्ता डॉ अंबेडकर ने संविधान शिल्पी के रूप में रखा। साथ ही देश के विभिन्न परियोजनाओं रिजर्व बैंक की स्थापना, मतदान का अधिकार, वित्त आयोग का गठन, रोजगार कार्यालय की स्थापना, मेटरनिटी अवकाश, महंगाई भत्ता, हेल्थ इंश्योरेंस, हड़ताल का अधिकार, श्रमिक कल्याण बोर्ड, सेंट्रल सिंचाई योजना, सोन नदी ओडिशा नदी भाखड़ा नांगल बांध हीराकुंड दामोदर घाटी परियोजना, वित्त आयोग का गठन आदि दर्जनों परियोजनाओं को डॉक्टर अंबेडकर ने स्थापित किया। 
भारतीय समाज का एक बड़ा वर्ग डॉ अंबेडकर को एक अलग नजर से देखता है। भारत रत्न किसी को यूं ही नही मिल जाता! उनके योगदान से भारत आज सारी दुनिया मे सम्मान पाता है। पूरा जीवन अभाव और संघर्ष में गुजारते रहने के बाद भी वे कभी किसी चीज का रोना नहीं रोए और अनवरत, देश और समाज की भलाई के लिए काम करते रहे। उन्होंने किसी एक जाति समुदाय या वर्ग के लिए काम नहीं किया बल्कि विश्व के लिए अनुपम और अनुकरणीय काम किया है। जब अंबेडकर ने भारत मे महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया तो विश्व के कई देशों ने इससे प्रेरणा लेकर अपने देश महिलाओं को वोट का अधिकार दिया। इसीलिए कह सकते हैं कि डॉक्टर अंबेडकर युग पुरुष और वैश्विक महामानव थे, जिनकी छाया तले आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र फल फूल रहा है।